
मदिरा पर पाबंदी से ओंकारेश्वर का स्वरूप बदलेगा: ज्ञानेश्वर पाटिल
1 अप्रैल से मुख्यमंत्री के आदेश के बाद ओंकारेश्वर में लगा शराब पर प्रतिबंध,
खंडवा। धार्मिक स्थलों में शराब पूरी तरह प्रतिबंध हो गई है। ओंकारेश्वर में भी शराब के विक्रय पर बैन लग चुका है। पूरे प्रदेश के 17 तीर्थ स्थानो पर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा शराब बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया हे, समाजसेवी व प्रवक्ता सुनील जैन बताया कि 1 अप्रैल से यह प्रतिबंध लागू हो चुका है, तीर्थ नगरी ओमकारेश्वर में भी मुख्यमंत्री द्वारा शराब बंदी की गई है, सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल इस निर्णय का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री श्री यादव धन्यवाद देते हुए कहा कि आम लोगों और सनातन में आस्था रखने वालों के लिए यह एक अच्छी खबर है। ओंकारेश्वर उनके लोकसभा क्षेत्र में आता है। इस तरह की मांग बार-बार उठती थी। अब लोग खुद भी मदिरा पीने वालों पर नजर रखेंगे।आस्थावानों को ठेस पहुंचती थी
दूर-दूर से श्रद्धालुओं के साथ परिजन भी ओंकारेश्वर आते हैं। यहां मदिरा पीने वालों को देखकर उनकी आस्था पर ब्रेक लग जाता था। मदिरा बिकेगी तो फिर मांस का भी व्यापार तेजी से होता। अब इस पर भी कंट्रोल हो जाएगा। शराब पीने वालों को देखकर यहां आने वाले लोगों की श्रद्धा को ठेस पहुंचती है।
,रिवेन्यू कहीं और से लाएंगे,
सांसद श्री पाटिल ने कहा कि हालांकि मध्य प्रदेश सरकार का रेवेन्यू कम होगा। इसकी भरपाई सरकार कहीं और से कर लेगी। मुख्यमंत्री मोहन यादव के इस कठोर निर्णय का सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने तहे दिल से शुक्रिया अदा किया है। श्री पाटिल ने कहा कि सामाजिक संस्थाएं और लोग खुद भी जागरूकता फैलाएंगे। लोगों को पता चलेगा कि यहां मदिरा पूर्णत प्रतिबंधित है, तो पीने वालों पर आम लोग और कड़ी नजर रखेंगे।हम सब को सहयोग करना होगा,समाज की नजर भी उनके प्रति पैनी हो जाएगी। पुलिस और प्रशासन भी सतर्क रहेंगे। लोगों को इन स्थानों पर भी सहयोग करना पड़ेगा। यह काम मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने कठोर निर्णय लेकर किया है।